भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 23 केस हो चुके है। पहला केस 2 दिसंबर को आया था और तब से अब तक मामलों में 10 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हो गई है। इस कारण कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी बढ़ गया है।
ओमिक्रॉन वायरस दक्षिण अफ्रीका से आया है। महाराष्ट्र में 10, राजस्थान में 9, कर्नाटक में 2, दिल्ली और गुजरात में 1-1 मरीज मिल चुके हैं।
देश में सबसे पहले ओमिक्रॉन के दो केस कर्नाटक में उसके बाद गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान में पाए गए है। राजस्थान के जयपुर में एक ही परिवार के 4 लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे और उसी से परिवार के बाकी 5 लोगों में ओमिक्रॉन फैल गया। ये परिवार 28 नवंबर को जयपुर में एक शादी समारोह में शामिल हुआ था।
महाराष्ट्र में 10 लोग इस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। सभी लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन का पहला केस 4 दिसंबर को आया था। यहां डोम्बिली में 1, पिंपरी चिंचवाड़ में 2, पुणे में 1 और मुंबई में 2 केस मिले हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि सोमवार को जोहान्सबर्ग से मुंबई लौटे 2 लोगों में ओमिक्रॉन मिला है। इन्हें वैक्सीन की दोनों डोज भी लग चुकी थी।
लक्षण?
सांस लेने में दिक्कत या ऑक्सीजन की कमी या शरीर मे गंभीर संक्रमण फैलने जैसी समस्या नहीं दिखाई दी है। गुजरात के जामनगर में भी जिम्बाब्वे से लौटा शख्स ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया है। दिल्ली में भी तंजानिया से लौटे एक शख्स में इस वैरिएंट की पुष्टि के बाद प्रशासन अलर्ट पर है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि तंजानिया से लौटा ये शख्स किस-किससे मिला था, उसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
भारत में तीसरी लहर का खतरा ?
ओमिक्रॉन के कारण भारत में तीसरी लहर का खतरा भी बढ़ गया है ।फरवरी में इसका पीक हो सकता है और उस समय हर दिन 1 से 1.5 लाख केस आ सकते हैं. हालांकि, दूसरी लहर की तुलना में ये कम खतरनाक होगी। पिछले एक हफ़्ते में दक्षिण अफ्रीका मे कोरोना केस 408 प्रतिशत की दर से बढ़े हैं। ब्रिटेन में 246 मामले कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के आ चुके हैं।
लापरवाही लाएगी तीसरी लहर :
लोगों की लापरवाही ,बाज़ारों में भीड़ और बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के आराम से घूम रहे लोगों के कारण कोरोना की तीसरी लहर आने में देर नहीं लगेगी।
देश के सबसे बड़े बाजारों में से एक दिल्ली के सदर बाजार में लोग लापरवाह घूम रहे हैं। जब देश में ओमिक्रॉन के केस लगातार बढ़ रहे हैं, तब यहां लोग मास्क लगाने से भी परहेज कर रहे हैं।
नया वैरिएंट 5 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है। लेकिन ये कितना जानलेवा साबित होगा ये 5-7 दिनों में WHO की नई रिपोर्ट में साफ हो जाएगा।
इम्यूनि बूस्टर डोज की तैयारी :
दुनिया के कई देशों में वैक्सीन की तीसरी डोज या बूस्टर डोज लगाई जा रही है और अब ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ने के बाद भारत में भी बूस्टर डोज की तैयारी हो रही है ।