जम्मूकश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर आक्रमण की वजह से 40 देश भक्त की मृत्यु हो गई। इस घटना की जिम्मेदारी पाकिस्तान के संगठन जैश-ए-मोहम्मद के गैंगस्टर मसूद अजहर के विरूद्व प्रतिबन्ध लगाने पर फ्रांस अब भारत का पूरा सहयोग देने की बात कर रहा हैं।
फ्रांस, भारत की उच्च डिप्लोमेटिक हेल्प कर रहा हैं। अब फ्रांस ने मसूद अजहर के विरूद्व प्रतिबन्ध लगाने के सुझाव को यूनाइटेड सिक्योरिटी परिषद् में प्रस्तुत करने का निर्णय लिया हैं। इसके अतिरिक्त फ़्रांस,पाकिस्तान को वित्तीय कारवाई कार्य बल की बैठक में ग्रे सूची बनाकर रखने का अनुरोध कर रहा हैं।
फ़्रांस ने भारत का साथ देने के लिए मसूद अजहर के विरुद्ध जो प्रस्ताव प्रस्तुत किया हैं उस प्रस्ताव का ब्रिटेन और अमेरिका ने सहारा देने का निर्णय लिया हैं। फ़्रांस के राष्ट्रपतियों इमैनुएल मैक्रोन के डिप्लोमेटिक एडवाइजर फिलिवे एटियन ने कल मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा एडवाइजर अजित डोभाल से चर्चा की थी।
इसके अतिरिक्त यह दुसरा अवसर होगा जब फ़्रांस संयुक्त राष्ट्र के समक्ष इस तरह का प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा। इससे पहले वर्ष 2017 में,संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूके और फ़्रांस के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 के तहत पाकिस्तानी टेरोरिस्ट संयोग से प्रतिबन्ध लगाने का अनुरोध किया था। फ़्रांस के इस प्रस्ताव पर चीन ने प्रतिबन्ध लगा दिया।
इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान पर डिप्लोमेटिक युद्व के साथ, फ़्रांस भारत के साथ अपना सहयोग करते हुए अपनी अर्थव्यवस्था पर भारत को चोट पहुँचाने की कोशिश कर रहा हैं। वित्तीय कारवाई कार्य बल की इस वर्ष की वार्षिक बैठक में फ़्रांस पाकिस्तान को ग्रे सूची में बनाए रखने का अनुरोध करेगा।