हिन्दी में एक कहावत हैं की “चिंता चिता से बढ़कर है“। आजकल छोटे-छोटे बच्चे तनाव के शिकार है। तनाव लेने से अनेक प्रकार की मानसिक समस्याएं जैसे चिंता और अवसाद, मादक द्रव्यों के सेवन की समस्या, नींद की समस्या, दर्द और मांसपेशियों में तनाव आदि जन्म लेते है। तनाव शरीर,विचार और भावनाओं और व्यवहार को प्रभावित करता हैं। सामान्य लक्षणों को पहचानकर हम इसे बढ़ने से रोक सकते है।
*तनाव क्या है ?
तनाव एक सामान्य प्रतिक्रिया है जो शरीर में तब होती है जब परिवर्तन होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप शारीरिक, भावनात्मक और बौद्धिक प्रतिक्रियाएं होती हैं। तनाव प्रबंधन प्रशिक्षण आपको स्वस्थ तरीके से परिवर्तनों से निपटने में मदद कर सकता है।
*तनाव के शारीरिक लक्षण :
दर्द एवं पीड़ा।
सीने में दर्द।
धड़कन तेज होना।
नींद न आना।
थकावट।
सिरदर्द, चक्कर आना या कंपकंपी।
उच्च रक्त चाप।
मांसपेशियों में तनाव या जबड़े का अकड़ना।
पेट या पाचन संबंधी समस्याएं।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली।
*तनाव के मानसिक लक्षण :
घबराहट या चिड़चिड़ापन।
अवसाद।
पेनिक अटैक।
उदासी।
*तनाव से निजात पाने के उपाय :
मॉर्निंग-वॉक।
मनोरंजन।
साथियों के साथ गपशप।
मैडिटेशन।
नियमित शारीरिक गतिविधि करना।
विश्राम तकनीकों का अभ्यास , जैसे कि गहरी साँस लेना, ध्यान, योग, ताई ची या मालिश
समस्या गंभीर होने पर डॉक्टर से परामर्श ले।