कोरोना के बीच जापान की राजधानी टोक्यो में कराए जा रहे ओलिंपिक से कई टेनिस स्टार नाम वापस ले चुके हैं। पिछले ही महीने स्पेन के राफेल नडाल ने नाम वापस लिया था। अब स्विटजरलैंड के स्टार रोजर फेडरर ने भी ओलिंपिक में नहीं खेलने का फैसला किया है। सर्बिया के वर्ल्ड नंबर-1 नोवाक जोकोविच के खेलने पर भी सस्पेंस बरकरार है। नडाल, फेडरर और जोकोविच सबसे ज्यादा 20-20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतकर बराबरी पर हैं।
ओलिंपिक में फैंस की एंट्री नहीं: टोक्यो ओलिंपिक 23 जुलाई से 8 अगस्त तक खेले जाएंगे। कोरोना के चलते टोक्यो में इमरजेंसी लागू है और स्टेडियम में फैंस के आने पर भी प्रतिबंध है। यही कारण है कि जोकोविच टोक्यो की यात्रा करने को लेकर असमंजस्य में हैं। जबकि नडाल और फेडरर ने चोट के चलते आराम लिया है।
नडाल ने ओलिंपिक से नाम वापस लिया: राफेल नडाल ने टोक्यो ओलिंपिक भी नहीं खेलने का फैसला किया था। ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन में नडाल सेमीफाइनल में हारकर बाहर हुए थे। उन्हें दुनिया के नंबर-1 मेन्स टेनिस प्लेयर नोवाक जोकोविच ने 3-6, 6-3, 7-6, 6-2 से शिकस्त दी थी।
ओलिंपिक में स्विटजरलैंड का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात: फेडरर ने मंगलवार को कहा कि ग्रास कोर्ट सीजन के दौरान मैंने यह महसूस किया कि “मेरी घुटने की चोट दिक्कत दे रही है। यही कारण है कि मैंने टोक्यो ओलिंपिक से नाम वापस लेने का फैसला किया है। ओलिंपिक खेलना और स्विटजरलैंड का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए हमेशा से ही गर्व की बात रही है। मैं हमेशा इसके लिए तैयार रहता हूं। फिलहाल, चोट के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा।”
जोकोविच ओलिंपिक में खेलने का फैसला लेने में असमंजस में : जोकोविच ने छठी बार विम्बलडन खिताब अपने नाम किया। फाइनल जीतने के बाद उन्होंने कहा कि” मैं हमेशा से ही ओलिंपिक में खेलना चाहता हूं, लेकिन मौजूदा स्थिति अनुकुल नहीं है। जो कुछ सुनने में आ रहा है, उसको देखते हुए मैं कुछ तय नहीं कर पा रहा हूं। मुझे इस बारे में सोचना होगा। “कड़े प्रतिबंधों के चलते सीमित स्टाफ को ही ले जाने की अनुमति है। फैंस की एंट्री भी नहीं है। ऐसे में जोकोविच ने निराशा जताई है।