एआईएम आई एम नेता असदुद्दीन ओवैसी भारत रत्न का सम्मान दिये जाने पर योगगुरू रामदेव ने उठाया था। सवाल उसी प्रकार एआईएम आई एम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी एक नया सवाल उठाया कि अब तक जीतने भी लोगो को भारत रत्न का सम्मान प्रदान किया गया है। उनमे से कितने लोग दलित, आदिवासी या गरीब, ब्राहम्ण थे अब तक एक भी भारत रत्न का सम्मान किसी धार्मिक व्यक्ति को क्यो नही दिया गया है। रैली हुवी थी महाराष्टा के कल्याण मे जहा ओवैसी ने यह र्फमाया कि अब तक जितने भी भारत रत्न दिये गये है। उनमे से कितने लोग आदिवासी, मुसलमान, गरीब, स्र्वोच्च जातिय, दलित, और ब्राहम्ण से सम्बधित है पर क्यो यह भारत रत्न का सम्मान केवल दुसरे
प्रभावशाली लोगो को प्रदान किये जा रहे है। किसी भी वर्ग के किसी भी अहमीयत रखने वाले व्यक्ति को भारत रत्न का सम्मान क्यो नही दिया जा रहा है। और साथ उन्होने इसके बिच आंबेडकर के लिए भी मत मांगे। आंबेडकर को दिया मजबुरी मे भारत रत्न का सम्मान
ओवैसी ने भारत रत्न का सम्मान दिये जाने के बिच डाॅ भीम राव आंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान दिया गया उस पर सवाल
उठाया और कहा की आंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान मजबुरी मे दिया गया था। दिल से नही। कहा कि ’बाबा साहब को भारत रत्न
का सम्मान देना एक मजबुरी थी।
योगगुरू बाबा रामदेव ने भी सवाल उठाया गणतंत्र दिवस पर हरिद्वार स्थित पंतजलि योगपीठ मे कार्यकम के दौरान बाबा रामदेव ने तब तक जितने भी भारत रत्न का सम्मान दिये है। उनमे से कितने सन्त या सन्यासी थे 70 वर्षो से अब तक भारत सरकार ने स्वामी विवेकानंद जी या शिवकुमार स्वामी जी महर्षि दयांनद सरस्वती मे से किसी एक सन्यंासी को भारत रत्न का सम्मान आवश्य दिया जाये। यह आग्रह है। इस वर्ष भारत सरकार द्वारा दिया गया भारत रत्न पर सवाल उठाये जा रहे है।