किसानो ने खातेदारी सनद को जारी करने की मांग को लेकर विगत 61 दिनों से क्रमिक अनशन व विगत 7 दिनों से एसडीएम कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे तहसील कमेटी की सचिव कमला मेघवाल, काश्तकार गोविंदराम बिरथलिया, वेदप्रकाश भादू व मोहिनी देवी सुथार विगत द्वारा सोमवार को प्रशासन का कामकाज ठप करते हुए और विभिन्न संगठनों के मेल जोड़ से आज बाजार बंद करवाया जाएगा।
अनशनस्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए राज्य सचिव मंडल के सदस्य कामरेड रामेश्वर लाल वर्मा, व अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की सदस्य दुर्गा स्वामी, प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकला वर्मा,व बड़ोपल सरपंच मनजीत कौर,जनता ट्रैक्टर ट्राली यूनियन व कामरेड मनीराम मेघवाल,आदि वक्ताओं ने प्रशासन पर किसानों को जानबूझकर परेशान करने का आरोप लगाया
एसडीएम ने बताया कि वर्ष 2003 व 2008 की पिछली राज्य सरकारों द्वारा बड़ोपल बारानी क्षेत्र में किसानो को विशेष आवंटन किया गया था
भूमि का विशाल रकबा ज्यादा होने के कारण विशेष आवंटन के लाभांवित काश्तकार को सीमा ज्ञान के अभाव में समय के साथ इधर-उधर हो गए खातेदारी के लिए कुल 88 आवेदन आए थे, जिनमें से वर्तमान तहसीलदार रामपाल मीणा के नेतृत्व में गठित कमेटी द्वारा 55 आवेदनों पर मौके व नक्शे का मिलान नहीं होने के कारण नोट लगाया गया है शेष 33 आवेदनों की जांच अभी जारी है
मामला उजागर हुआ तो मामले में काफी गड़बडिय़ां सामने आईं 2016 में तत्कालीन तहसीलदार द्वारा तत्कालीन गिरदावर व पटवारी सहित 77 जनों के विरुद्ध पीलीबंगा पुलिस थाने में मुकद्दमा दर्ज करवाया गया था। इसके अलावा नोहर के तत्कालीन एडीएम की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा की गई। जांच में भी करीब 75 खाते विवादित होना बताया गया था।एसडीएम अवि गर्ग ने बताया कि वर्ष 2015 में सेटलमेंट विभाग की तरफ से आई टीम के द्वारा भी इस रकबे की जायजा कर पाने में असमर्थता जताई गई थी