मायावती ने हाईकोर्ट में जाकर प्रभु राम, जवाहरलाल नेहरू और शिवाजी की प्रतिमाओं के बारे में उल्लेख करते हुए कहा हैं, की प्ररम्भीक मूल्य दो सौ करोड़ रूपए की लागत में योगी आदित्यनाथ की गवर्नमेंट ने प्रभू राम की प्रतिमा को बनवाने की तैयारियाँ कर दी हैं। मुम्बई में शिवाजी की और गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमाएँ लगभग तीन हजार करोड़ रूपए के मोल में बनवाई जा रही हैं।
इसके अतिरिक्त मायावती द्वारा हाईकोर्ट को दिए गए शपथ लेख में बसपा डायरेक्टर मायावती ने कहा हैं, की यह पुरानी प्रथा है की इस देश में महाजनों की प्रतिमाओं को जगह जगह पर लगाया जाए।मायावती ने हाईकोर्ट से कहा हैं, की जब इस देश में कांग्रेस सरकार थी तब उनकी शासनप्रणाली में राष्ट्र और केन्द्र गवर्नमेंट ने सम्पूर्ण देश में जगह जगह पर नरसिम्हाराव, इंदिरा गाँधी व जवाहरलाल नेहरू और राजीव गाँधी की प्रतिमाओं को स्थापित किया गया था। जिस पर किसी भी पेटीशनर और शोसल मीडिया वालों ने कोई सवाल जवाब नहीं किया था।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने, प्रभु राम से लेकर सभी महान आभूतियों की प्रतिमाओं का उल्लेख अपने आर्गुमेंट में किया हैं। इसके विपरीत बहुजन समाज समुदाय के डायरेक्टर ने मायावती से कहा हैं, की दो सौ मीटर ऊँची अयोध्या नगर में बनी प्रभु राम की प्रतिमा पर किसी पेटीशनर ने कोई सवाल जवाब नहीं किया था।
इसके अतिरिक्त लखनऊ ,कर्नाटक के माडचा ,आन्ध्रप्रदेश और अमरावती में क्रमशः वाजपेयी ,कावेरी ,राजशेखर रेड्डी और एनटी रामाराव की प्रतिमा विद्यमान हैं। इसके अलावा मायावती ने लोक सेवा करने के लिए शादी नहीं की हैं। लोगों के द्वारा मान प्रतिष्ठा मिलने के कारण मायावती राष्ट्रविधान सभा के कार्य क्षेत्र में अपने जीवन को व्यतीत कर रही हैं।